वैसे तो आजकल राजनितिक आरोपों प्रत्यारोपों में शब्दों की गरिमा भूलना आम बात हो गई है जिसको सही तो नहीं ठहराया जा सकता लेकिन जनता इनकी इस तरह की भाषा पर ज्यादा ध्यान नहीं देती लेकिन कुछ नेता राजनितिक आरोपों प्रत्यारोपों के अलावा भी ऐसा कुछ कह जाते हैं जो उन नेताओं की मानसिकता को तो दर्शाती ही है लेकिन उस क्षेत्र की जनता के लिए भी कई सवाल छोड़ जातें है ! इसी कड़ी में अभी ताजा बयान श्रीप्रकाश जायसवाल का है और इससे पहले कुछ इसी तरह का बयान फरवरी माह में महिला आयोग की अध्यक्षा ममता शर्मा ने भी इसी तरह का आपतिजनक बयान दिया था !!
शायद विवादों में बने रहने की चाहत ही इन लोगों को ऐसे अनावश्यक बयान देने पर मजबूर करती है क्योंकि अगर आप श्रीप्रकाश जायसवाल और ममता शर्मा दोनों का विश्लेषण करेंगे तो पायेंगे कि ये लोग अपने बयानों को लेकर समय समय विवादों में फंसते आये है जिसको आप यह नहीं कह सकते कि अनायास मुहँ से निकल गया होगा कहकर खारिज नहीं कर सकते और ऐसे लोगों को इसकी सजा मिलनी ही चाहिए !!
जो लोग सार्वजनिक जीवन में है और महत्वपूर्ण पदों पर सुशोभित है उन लोगों के ऐसे आपतिजनक बयान किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं होने चाहिए और सबसे बड़ी बात तो यह है कि ये लोग उस पार्टी से जुड़े हुए जिसकी अध्यक्ष भी एक महिला है ! जिस क्षेत्र से ये लोग चुनाव लड़कर इतने महत्वपूर्ण पदों तक पहुँचते है उस क्षेत्र कि जनता को भी सोचना होगा कि वो कैसी मानसिकता वाले लोगों का चुनाव कर रहे हैं उनको भी अपने निर्णय पर विचार करना चाहिए ताकि आगे से ऐसे लोगों को सबक मिल सके !!
शायद विवादों में बने रहने की चाहत ही इन लोगों को ऐसे अनावश्यक बयान देने पर मजबूर करती है क्योंकि अगर आप श्रीप्रकाश जायसवाल और ममता शर्मा दोनों का विश्लेषण करेंगे तो पायेंगे कि ये लोग अपने बयानों को लेकर समय समय विवादों में फंसते आये है जिसको आप यह नहीं कह सकते कि अनायास मुहँ से निकल गया होगा कहकर खारिज नहीं कर सकते और ऐसे लोगों को इसकी सजा मिलनी ही चाहिए !!
जो लोग सार्वजनिक जीवन में है और महत्वपूर्ण पदों पर सुशोभित है उन लोगों के ऐसे आपतिजनक बयान किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं होने चाहिए और सबसे बड़ी बात तो यह है कि ये लोग उस पार्टी से जुड़े हुए जिसकी अध्यक्ष भी एक महिला है ! जिस क्षेत्र से ये लोग चुनाव लड़कर इतने महत्वपूर्ण पदों तक पहुँचते है उस क्षेत्र कि जनता को भी सोचना होगा कि वो कैसी मानसिकता वाले लोगों का चुनाव कर रहे हैं उनको भी अपने निर्णय पर विचार करना चाहिए ताकि आगे से ऐसे लोगों को सबक मिल सके !!
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