रविवार, 30 सितंबर 2012

क्या आप जानते हैं कि साबूदाना कैसे बनता है !!

साबूदाना 
भारत में आमतौर पर व्रत उपवास के समय साबूदाने का प्रयोग शाकाहार या फलाहार  के रूप में किया जाता है लेकिन बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि यह कैसे बनता है हालांकि यह है तो शाकाहार ही लेकिन इसको बनाने कि प्रक्रिया ऐसी है जो इसको अपवित्र बना देती है इसलिए साबूदाने को शाकाहार के रूप में उपयोग करने से पहले यह जानना जरुरी है कि यह बनता कैसे है !!

कसावा का पौधा 
भारत में साबूदाना बनाने के लिए कसावा की जड़ों ( जो कि शंकरकंद की जड़ों के जैसी होती है ) के गुददे का इस्तेमाल किया जाता है जिसको बड़े बड़े बर्तनों में डालकर आठ से दस दिनों तक रखा जाता है और रोजाना उस पर पानी डालते रहते है जिसके कारण उसमें जीव पैदा हो जाते है उसके बाद इस गुददे को रंधवाया जाता है और इस प्रक्रिया में जो भी जीव पैदा होते है वो उसी में मर जातें हैं !

यह प्रक्रिया  चार से छ: महीने तक चलती रहती है जिसके बाद उसको निकाल कर मशीनों में डाला जिनमें से यह साबूदाने के रूप में बाहर निकलता है और फिर इसको सुखाया जाता है ! सूखने के बाद इस पर स्टार्च और ग्लूकोस से बने पावडर की पालिश की जाती है और इसके बाद साबूदाना बाजार में आने के लिए पूर्ण रूप से तैयार हो जाता है !!

इस तरह से इसको बनाने कि विधि ही इसको अपवित्र बनाती है और इसीलिये इसको फलाहार या फिर शाकाहार में उपयोग करने से बचना चाहिए क्योंकि यह शाकाहार तो है लेकिन पवित्र नहीं है !!

24 टिप्‍पणियां :

संध्या नवोदिता ने कहा…

लेकिन दही भी तो इसी तरह बनता है और सिरका भी .

पूरण खण्डेलवाल ने कहा…

आपकी बात बिलकुल सत्य है लेकिन जानकारी तो होनी ही चाहिए ना !!

बेनामी ने कहा…

every vegetable have some bacteria. hence all the thing in yhis world is non vegetaria.

पूरण खण्डेलवाल ने कहा…

भारतीय मनीषियों ने शाकाहार और मांसाहार का विभेद किया है और आज का विज्ञान भी सब्जियों को शाकाहार ही मानता है !!

United Capital Club ने कहा…

कोई भी रक्त,अस्थि ,मज्जा,मांस एवं त्वचा हीन सूक्ष्म बैक्टीरिया मांसाहार की श्रेणी में नहीं आते !

बेनामी ने कहा…

galat he firbhi ham khate he na

SUNIL KUMAR JAIN ने कहा…

sabudana galat hai aur isme asudhi aa jati hai . isliye jab malum pad hee gaya hai to hame ise falahar ke roop me lene se bachna chahiye

aarohi ने कहा…

then please tell me what can i eat for fast as vegetarian, i think fruits and water is enough.

Unknown ने कहा…

Right

Unknown ने कहा…

Right

Unknown ने कहा…

Right

Unknown ने कहा…

Right

Unknown ने कहा…

Right

Unknown ने कहा…

khane ke liye upwas rakhte ho kya ek din bhukhe ni rah sakte

VAIBHAV SINGH kachhawaha ने कहा…

दही भी तो कुछ ऐसी ही चिज है इसे अपवित्र कहना उचित नही होगा आपके खाने वाली बहुतसी चिजो मे बैकटिरीया पाए जाते है जो लाभ दायक होता है शरीर के लिए।

बेनामी ने कहा…

Yeh to sahi he lekin log Yeh jankar bhi ki yeh sudh nahi he lekin log inka ishtemal jarur karege

बेनामी ने कहा…

upvas me sabudana nahi khana.

ajay ने कहा…

Dahe shudh he vo dudh se banta he hume sirf dudh me thoda jaavan dalna he aur 1 din baad dahe redy

बेनामी ने कहा…

पर दही बर्तन से ढक कर घर के अंदर जमाया जाता है न की खुले आकाश के नीचे 6 महीने तक जिसमे कोई परजीवी मर भी जाये या शौच भी कर दे ।

sameer_archy ने कहा…

बिलकुल सही बात है. अमूल्य जानकारी के लिए धन्यवाद. कृपया आप सभी इस जानकारी को लिंक सहित हिंदू ग्रुप्स में पेस्ट करें

Unknown ने कहा…

Esliye maan ko bus shuddh rakho mitro

R.singh ने कहा…

अंडा शाकाहारी है या मांसाहारी?

R.singh ने कहा…

अंडा शाकाहारी या मांसाहारी

Nps ने कहा…

Dahi me essential alive organism hote hain eg lactobacillus which is imp for health of intestine ..dahi ko 6 mahine nahi banate na hi randwate hai ..