हिंदी ब्लॉग जगत आज बहुत विस्तृत है और बहुत सारे ज्ञानी लोग ब्लोगिंग करते हैं लेकिन सच पूछिए तो उनके ब्लोगों कि अलेक्षा रेंकिंग देखकर मुझे बहुत निराशा होती है और इसका कारण यह है कि कई वर्षों से ब्लोगिंग करते हैं लेकिन अलेक्षा रेंकिंग और गूगल पेज रेंक में उनके ब्लॉग बहुत नीचे रहतें हैं जिसके कारण हिंदी जगत को बहुत नुकसान हो रहा है जिसके लिए भले ही वो ब्लोगर सीधे तौर पर जिम्मेदार नहीं हो लेकिन अपरोक्ष रूप से अपनी उदासीनता के कारण कहीं ना कहीं वो जिम्मेदार तो जरुर है !
हालांकि मैं कोई तकनिकी ब्लोगर नहीं हूँ और ना ही ज्यादा तकनिकी जानकारी रखता हूँ लेकिन जितनी रखता हूँ उस आधार पर में यह कह सकता हूँ कि ब्लोगरों को ज्यादा पाठक मिल सकतें हैं तो वो सर्च इंजिनों के माध्यम से ही मिल सकते हैं लेकिन बड़े अफ़सोस के साथ कहना पड़ रहा है कि इसको लेकर ज्यादातर ब्लोगर उदासीन ही नजर आते हैं क्योंकि जब भी में गूगल सर्च में जाकर उनके लेखों को देखने कि कोशिश करतें हैं तो वहाँ उनके लेख नदारद रहते हैं ! यही कारण है कि उनकी सामग्री तक केवल उन्ही लोगों कि पहुँच हो पाती है जो उनके ब्लॉग से सीधे तौर से जुड़े रहते हैं ! जबकि ब्लोगिंग कि दुनिया में में नया अवश्य हूँ लेकिन इसी समयावधि के अपने अनुभव से यह जरुर बता सकता हूँ कि बहुत सारे ब्लोगर ऐसे हैं जो बहुत अच्छी सामग्री अपने ब्लॉग पर डालते हैं जिससे हिंदी पाठकों को बहुत फायदा हो सकता है !
जिनके ब्लॉग कि सामग्री सर्च इंजिनों में नहीं आ रही है उनमें कई कारण हो सकते हैं ! आपने अगर गलत रोबोट टेक्स्ट डाल रखा है तब भी सर्च इंजिन आपके ब्लॉग को क्रोल नहीं कर पायेंगे ! आपने अगर अगर आपके ब्लॉग को बहुत ज्यादा भारी भरकम बना रखा है तब भी या तो सर्च इंजिन आपके ब्लॉग को क्रोल नहीं करेंगे और सर्च इन्जिनो ने क्रोल कर भी लिया तो पाठक आपके ब्लॉग को खुलने में लगने वाले समय के कारण खुलने से पहले ही बंद करके उल्टा रास्ता नाप लेंगे इसलिए अपने ब्लॉग को भारी भरकम ना बनाएँ और जो भी फ़ालतू के विजेट हों उनको हटा दें ! यहाँ पर एक बात और कहना चाहूँगा कि समय समय पर यह जरुर जांचते जाए कि आपका ब्लॉग सर्च इंजिनों में आ रहा है या नहीं और अगर नहीं आ रहा है तो तकनिकी ब्लोगरों कि मदद से अपनी समस्या को सुलझाने कि कोशिश करें ताकि आपका ब्लॉग सर्च इंजिनों में आ सके ! जहाँ तक मुझे ज्ञात है विनय जी और विनीत नागपाल जी ऐसे तकनिकी ब्लोगर हैं जो हर ब्लोगर कि समस्या सुलझाने में तत्पर रहते हैं ! इन्होने मेरी तो हर समस्या को सुलझाने में मेरा हरदम साथ दिया है जिसके लिए में इनका आभारी हूँ !
मैं किसी ब्लोगर को छोटा या बड़ा नहीं समझता हूँ और जितना मेरे से हो सकता है में हर किसी के ब्लॉग पर जाने कि कोशिश करता हूँ क्योंकि कोई भी ब्लोगर छोटा या बड़ा नहीं होता बल्कि छोटा या बड़ा उसका वो विचार होता जो उसको उस समय लेख लिखने को मजबूर करता है ! मैंने कई बार ये देखा ब्लोगरों कि टिप्पणियों में यह लिखा रहता है कि हमको रेंकिंग से क्या करना है जिनको हमारी सामग्री पढनी है वो पढेंगे और जिनको नहीं पढ़ना है वो नहीं पढेंगे लेकिन मेरा उन ब्लोगरों से यही कहना है कि अपनी मातृभाषा के प्रति तो उनका कुछ कर्तव्य होगा और अगर उनके लेख सर्च इंजिनों पर नहीं आयेंगे तो हिंदी को पसंद करने वाले लेखक उनके ब्लॉग पर कैसे आयेंगे !
में अब अंत में उन ब्लोगरों को यह भी बताना जरुरी समझता हूँ जिनको अपने ब्लोगों को सर्च इंजिनों में देखना है कि उनके ब्लॉग सर्च इंजिनों में आ रहें या नहीं उसको देखने का तरीका क्या है तो उसके लिए आप किसी भी सर्च इंजिन पर जाकर( site:www.example.com ) (www.example.com कि जगह अपने ब्लॉग का पता लिखें ) यह टाइप करके आप पता लगा सकते हैं कि आपका ब्लॉग सर्च इंजिनों में आ रहा है या नहीं और अगर नहीं आ रहा है तो तकनिकी ब्लोगरों कि मदद से अपने ब्लॉग को सर्च इंजिनों में लाने कि कोशिश जरुर करें!
मेरा ब्लॉग बहुत तेजी से अलेक्षा रेंकिंग में स्थान प्राप्त कर रहा है लेकिन मेरा यह मानना है कि मुझसे बेहतर बहुत से ऐसे ब्लोगर ऐसे हैं जो हिंदी जगत का भला करते हैं और अच्छी सामग्री हिंदी में प्रस्तुत करतें हैं लेकिन मुझे अफ़सोस तब होता है जब उनके ब्लोगों कि अलेक्सा रेंकिंग देखता हूँ और इसीलिए मैंने यह लेख लिखा है वर्ना में कोई तकनिकी ब्लोगर नहीं हूँ ! मेरा मकसद केवल यही है हिंदी में लिखी हुयी अच्छी सामग्री पाठकों तक पहुंचे ! इस लेख के अंत में में अपने हिंदी ब्लोगिंग के दोस्तों से यही अनुरोध करना चाहूँगा कि बेहतर है उसका सम्मान हमको करना चाहिए और छोटे बड़े का भेद नहीं करके ही हम हिंदी जगत का भला कर सकते हैं !
29 टिप्पणियां :
अच्छी सलाह ,आभार !
latest postमेरे विचार मेरी अनुभूति: मेरी और उनकी बातें
aabhar itni mahtvapoorn jankari ki liye .
बहुत महत्वपूर्ण जानकारी....
शंखनाद पर देखिए, हिन्दी का नुकसान।
गूगल करता है हमें, पग-पग पर हलकान।।
--
आपकी पोस्ट का लिंक आज सोमवार के चर्चा मंच पर भी है!
सादर आभार !!
आभार !!
सादर आभार आदरणीय !!
अच्छी जानकारी दी पूरण जी!
बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने..
सटीक ।
बढिया --
आभार स्वीकारें ॥
बेह्तरीन अभिव्यक्ति .शुभकामनायें.
सुस्वागतम !!
आभार !!
सादर आभार मान्यवर !!
सादर आभार !!
आप की ये रचना 01-03-2013 को http://www.nayi-purani-halchal.blogspot.com पर लिंक की जा रही है...
सूचनार्थ
बहुत ही उपयोगी जानकारी दी मान्यवर वास्तव में हम सब को यह जानना चाहिए.जो ट्रिक बताए हैं चेक किया सर्च इंजन पर आ रहा है मेरा ब्लॉग.अलेक्सा के बारे में कम ज्ञान है.जहाँ तक आपके बारे में सवाल है आप तो हर छोटे बड़े ब्लोगरों के साईट हमेशा दिखते हैं.मेरे ब्लॉग कलश पर बहुत ही उचित मार्गदर्शन दिए,आभार.
आपके विचारों से पूर्ण सहमत हूँ। हम सबको इस ओर भी ध्यान देना चाहिए। धन्यवाद।
नया लेख :- पुण्यतिथि : पं . अमृतलाल नागर
bahut badhiya ..shukriya..
आभार !
सर्च इंजन पर कैसे जाएँ , यह तो बताइए ।
पूरण जी पूर्ण जानकारी देकर अपना नाम सार्थक कर रहे हैं, शुभकामनाएं एवं आशीर्वाद।
आभार !!
सादर आभार !!
आभार मान्यवर !!
आभार मान्यवर , आपका ब्लॉग कि सामग्री गूगल सर्च पर नहीं आ रही है जिसके कई कारण हो सकते हैं मसलन गलत रोबोट टेक्स्ट ,गलत हैडर टेग आदि लेकिन कोई तकनिकी ब्लोगर बेहतर बता सकता है !
बहुत अच्छी जानकारी दी है पूरण जी, इससे कभी ब्लोगर लाभाविन्त होंगे..
अपना-अंतर्जाल
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लोकप्रिय हिन्दी तकनीक ब्लॉग
आभार !!
सार्थक प्रस्तुति आभार ...
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