शुक्रवार, 8 मार्च 2013

बांग्लादेश की हिंसा हमारे लिए भी समस्या खड़ी कर सकती है !!


बांग्लादेश में चल रहे आंतरिक संकट पर भारत सरकार का रवैया हैरान कर देने वाला है ! भारत सरकार इसको बांग्लादेश का आंतरिक मामला मानकर चल रही है ! हालांकि यह बांग्लादेश का आंतरिक मामला है जिसको सुलझाना उसी को है लेकिन क्या भारत अपने पडौसी देश में हो रही हिंसा पर मूकदर्शक बना रह सकता है क्योंकि हिंसा अगर बढती है तो इसका असर दैर सवेर भारत पर पड़ना तय है !

बांग्लादेश से लगती हमारी सीमाएं पूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं है और बांग्लादेश में शान्ति रहती है तो भी अवैध बांग्लादेशी भारत में आते रहते है ! अब अगर वहाँ पर अशांति बढती है तो अवैध रूप से सीमा पार करके आने वाले बांग्लादेशी नागरिकों का भारत की सीमा में घुसना बढ़ सकता है ! जो निश्चय हि भारत के लिए चिंता का विषय होना चाहिए क्योंकि समय समय पर पूर्वोतर राज्यों में इन्ही अवैध बांग्लादेशीयों के कारण हिंसा कि घटनाएं होती रहती है जिसको हमारी सरकारें अभी तक नहीं सुलझा पायी है ! अभी तक तो हमारी सरकारों नें इन अवैध बांग्लादेशी नागरिकों कि पहचान के लिए भी किसी तरह कि पहल तक नहीं कर पायी है ! ऐसे में बढती हिंसा के कारण इन अवैध सीमा पार करके आने वाले बांग्लादेशी नागरिकों के कारण और समस्या खड़ी हो सकती है !


दूसरी तरफ वहाँ से आ रहे समाचारों के मुताबिक़ बांग्लादेश में हो रही हिंसा में वहाँ के अल्पसंख्यक हिंदुओं को और उनके मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है ! जिस पर भारत को संज्ञान लेते हुए वहाँ कि सरकार से बात करनी चाहिए और अल्पसंख्यक हिंदुओं कि सुरक्षा के लिए बांग्लादेश की सरकार को कहना चाहिए ! भारत सरकार का ढुलमुल रवैया वहाँ के हिंदुओं कि सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित हो सकता है ! पडौसी देश होने के नाते और सबसे ज्यादा हिंदू जनसँख्या वाला देश होने के नाते भारत को पूरा हक है कि वो वहाँ कि सरकार से यह भरोसा ले कि वहाँ कि सरकार अल्पसंख्यकों कि पूर्ण सुरक्षा करेगी !

14 टिप्‍पणियां :

रविकर ने कहा…

सत्य वचन -
यहाँ भी पाकिस्तान वाली परिस्थितयां हैं हिन्दुओं के लिए -

सावधानी आवश्यक-

आभार आदरणीय

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

अच्छा आलेख!
--
किये जिसे आजाद वो, देता है सन्ताप।
कोई भी करता नहीं, अपना पश्चाताप।।
--
आपकी पोस्ट के लिंक की चर्चा कल शनिवार के चर्चा मंच पर भी होगी!

कालीपद "प्रसाद" ने कहा…

बिलकुल सही कहा आपने
latest postअहम् का गुलाम (भाग एक )
latest post होली

शिवनाथ कुमार ने कहा…

आपका सोचना सही है
सहमत हूँ

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

आस पड़ौस में शांति हमारे विकास लिए भी आवश्यक है....

Unknown ने कहा…

बात एकदम सही है पूरण जी,पड़ोसी देशों के माहोल का असर तो हमारे देश पर भी पड़ता है।

पूरण खण्डेलवाल ने कहा…

आभार !!

पूरण खण्डेलवाल ने कहा…

सादर आभार !!

पूरण खण्डेलवाल ने कहा…

सादर आभार !!

पूरण खण्डेलवाल ने कहा…

आभार !!

पूरण खण्डेलवाल ने कहा…

आभार !!

Dinesh pareek ने कहा…

बहुत खूब सार्धक लाजबाब अभिव्यक्ति।
महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ ! सादर
आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
अर्ज सुनिये
कृपया मेरे ब्लॉग का भी अनुसरण करे

पूरण खण्डेलवाल ने कहा…

में आपके ब्लॉग का अनुसरण कर रहा हूँ !!
आभार !!

travel ufo ने कहा…

अपने देश में तो तुष्टिकरण कर रही है सरकार तो बांग्लादेश को क्या देखेगी