बांग्लादेश में चल रहे
आंतरिक संकट पर भारत सरकार का रवैया हैरान कर देने वाला है ! भारत सरकार इसको
बांग्लादेश का आंतरिक मामला मानकर चल रही है ! हालांकि यह बांग्लादेश का आंतरिक
मामला है जिसको सुलझाना उसी को है लेकिन क्या भारत अपने पडौसी देश में हो रही
हिंसा पर मूकदर्शक बना रह सकता है क्योंकि हिंसा अगर बढती है तो इसका असर दैर सवेर
भारत पर पड़ना तय है !
बांग्लादेश से लगती
हमारी सीमाएं पूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं है और बांग्लादेश में शान्ति रहती है तो
भी अवैध बांग्लादेशी भारत में आते रहते है ! अब अगर वहाँ पर अशांति बढती है तो
अवैध रूप से सीमा पार करके आने वाले बांग्लादेशी नागरिकों का भारत की सीमा में
घुसना बढ़ सकता है ! जो निश्चय हि भारत के लिए चिंता का विषय होना चाहिए क्योंकि
समय समय पर पूर्वोतर राज्यों में इन्ही अवैध बांग्लादेशीयों के कारण हिंसा कि
घटनाएं होती रहती है जिसको हमारी सरकारें अभी तक नहीं सुलझा पायी है ! अभी तक तो
हमारी सरकारों नें इन अवैध बांग्लादेशी नागरिकों कि पहचान के लिए भी किसी तरह कि
पहल तक नहीं कर पायी है ! ऐसे में बढती हिंसा के कारण इन अवैध सीमा पार करके आने
वाले बांग्लादेशी नागरिकों के कारण और समस्या खड़ी हो सकती है !