सोमवार, 29 अप्रैल 2013

विकास,विकास और विकास !!


जो राजनैतिक पार्टियां राज्य और केन्द्र में सत्तासीन है वो अपना विकास का राग अलाप रही है ! आजादी से लेकर अब तक सबसे ज्यादा सत्तारूढ़ रही पार्टी कांग्रेस पेंसठ सालों से अपने विकास का राग सुना रही है तो भाजपा भी जहां जहां सतारूढ़ है और रही है वहाँ वो भी अपने विकास का गुणगान सुना रही है ! अब दोनों बड़ी पार्टियां अपना विकास राग सुना रही है तो भला छोटी पार्टियां भी इससे क्यों पीछे रहे तो वो भी अपना विकास राग सुना रही है ! लेकिन वो विकास धरातल पर नजर नहीं आ रहा है तो फिर वो विकास कहाँ गया जिनकी बातें ये पार्टियां करती है !

गरीबी के विश्वस्तरीय ताजातरीन आंकड़ों के हिसाब से आज विश्व का हर तीसरा गरीब आदमी भारतीय है जो इनके विकास के दावों का परिणाम बताने के लिए काफी है ! अभी हाल ही में हुए स्टडी सर्वे के मुताबिक़ ताकतवर अर्थव्यवस्था वाले देशों में भारत का आठंवा स्थान है जबकि हमारा पडोसी देश चीन दूसरे स्थान पर है ! इसी तरह सामरिक क्षेत्र में भी हमारा सातंवा स्थान है जबकि चीन वहाँ भी दूसरे स्थान पर है ! तकनीकी क्षेत्र में तो हालात और भी खराब है और भारत सतरहवें स्थान पर है ! एनर्जी सुरक्षा के मामले में भारत बीसवें स्थान पर है ! इसी तरह से सेना के साजो सामान ,पावर प्रोजेक्शन ,सायबर और स्पेस सिक्यूरिटी के मामले में भी भारत कि रेंकिग दयनीय स्थति में है और चीन हमसे काफी आगे है और लगातार फासला बढ़ता ही जा रहा है जो देश कि सुरक्षा के लिए भी चिंतनीय है !

जनसँख्या के मामले में दूसरे और क्षेत्रफल के मामले में सातवें नम्बर के देश के ये आंकडें विकास के दावों कि सच्चाई को बयान करने के लिए काफी है ! चीन भी जनसँख्या के मामले में पहले स्थान पर और क्षेत्रफल के हिसाब से चीन तीसरे स्थान पर है और चीन भी हमारे समकालीन ही आजाद हुआ था ! फिर क्या कारण है कि चीन का विकास दुनिया को दिखाई दे रहा है लेकिन हमारा विकास कहीं दिखाई नहीं दे रहा है जबकि हमारे यहाँ कोई विकास कि दुहाई दिए जा रहा है !