गुरुवार, 1 नवंबर 2012

तुलसी पत्तों का अनुभूत प्रयोग !!

तुलसी का पौधा सदियों से हमारे घरों में पूजा जाता है और इसको घरों में लगाया जाता है लेकिन बहुत कम लोग हैं जो यह जानते हैं कि तुलसी का पौधा अपने अंदर कई तरह की बीमारियों का चमत्कारिक इलाज करने का गुण रखता है और इसको हमारे घरों में स्थान दिलाने के पीछे भी हमारे मनीषियों कि यही वैज्ञानिक सोच रही होगी ! वैसे तो तुलसी के बहुत सारे अनुभूत प्रयोग हैं उसमें से ही एक में आज आपको बताता हूँ !

तुलसी की इक्कीस से इकतीस पतियाँ लेकर साफ़ पानी से धोकर ऐसे सिलबट्टे पर पिस  कर चटनी बना लें जिस पर पहले मसाला ना पिसा हुआ हो ! और इस चटनी को दस से तीस ग्राम मीठे दही में मिलाकर तीन महीने तक सुबह खाली पेट लें  लेकिन ध्यान रहे दही खट्टा नहीं होना चाहिए और अगर मनमाफिक दही नहीं मिल रहा हो तो इस चटनी को एक से दो चमच्च शहद के साथ भी ले सकतें है लेकिन दूध के साथ तो बिलकुल ही ना लें इस बात का ध्यान रखें ! बच्चों को यह दवा  आधा ग्राम के लगभग शहद में मिलाकर देनी चाहिए ! 

यह दवा लेने के पश्चात आधा घंटे तक कुछ भी नहीं लें उसके बाद नाश्ता कर सकतें हैं और इस दवा का प्रयोग दिन में केवल एक बार ही करना है !

इसको तीन महीने तक सेवन करने से खांसी ,सर्दी,पुराना और नया जुकाम ,जुकाम की प्रवृति ,पुराना सिरदर्द जैसी कई बीमारियों से पूर्णरूप से छुटकारा मिल जाता है तथा कई और अन्य प्रकार की बीमारियाँ भी इसके प्रयोग से दूर हो सकती है !!