बुधवार, 16 जनवरी 2013

पाकिस्तान को रास्ते पर लाने का युद्ध तो आखिरी रास्ता है !!

पाकिस्तानी सेना ने जिस तरह का व्यवहार भारतीय सेना के साथ किया उसके बाद कई लोगों द्वारा यह मांग की जा चुकी है कि भारत को हमला करके पाकिस्तान को जवाब देना चाहिए ! उनकी मांग सही है या नहीं यह अलग बात है लेकिन भारत सरकार ने तो अभी तक पाकिस्तान के प्रति कोई ऐसा कडा कदम नहीं उठाया है जिससे लगे कि भारत कड़े कदम उठाने जा रहा है या फिर पाकिस्तान को लगे कि भारत सरकार बहुत गुस्से में है !

भारत सरकार पाकिस्तान को यह सन्देश देने में अभी तक विफल रही है कि वो पाकिस्तान कि इस हरकत को किसी भी कीमत पर माफ करने को तैयार नहीं है क्योंकि पाकिस्तान नें भारतीय सैनिकों के साथ किये गए वहशियाना हरकत के बावजूद भी लगातार भारतीय सीमा पर संघर्षविराम का उलंघन कर रहा है ! इसके बावजूद भारत ने ना तो पाकिस्तान के साथ व्यापार,बस सेवा और रेल पर रोक लगाई है और ना ही अभी तक पाकिस्तान के साथ रिश्ते खतम करने कि कोई घोषणा कि है ! सीमा पर जो कुछ हुआ उसके बाद भारत अगर ये कदम शुरुआत में ही उठा लेता तो यह भारत की तरफ से पाकिस्तान को कड़ा सन्देश होता लेकिन भारत सरकार ने ऐसा नहीं किया !

पाकिस्तानी नागरिकों के भारत आने पर भी अस्थायी रूप से रोक लगा देनी चाहिए थी और उसके बाद भी अगर पाकिस्तान अपने अड़ियल रुख पर कायम रहता है तो भारतीय उच्चायुक्त को वापिस बुलाया जा सकता है और पाकिस्तान के उच्चायुक्त को वापिस भेजा जा सकता है ! इतना करके भी भारत पाकिस्तान पर दबाव बना सकता है ! लेकिन अभी तक भारत सरकार की तरफ से इस तरह का कोई कडा कदम नहीं उठाया गया है जिससे लगे कि भारत इस मामले में कड़ा है !!

युद्ध तो आखिरी रास्ता बचता है लेकिन पहले ये कदम उठाकर पाकिस्तान को कडा सन्देश भारत सरकार कि तरफ से दिया ही जा सकता है और भारत अपने सैनिकों के साथ किये गए वहशियाना कृत्य के लिए पाकिस्तान को कारवाई पर मजबूर कर सकता है !!

4 टिप्‍पणियां :

दिगम्बर नासवा ने कहा…

अगर सरकार राजनीति के बजाये सीरिअस हो के काम करे तो दो दिन में हल संभव है ...

रविकर ने कहा…



पा जी राजी तब हुवे, समझ सके जब फिल्म ।

आठ दिनों तक था नहीं, घटना का भी इल्म ।

घटना का भी इल्म, कराना था एडमीशन ।

नातिन को नर्सरी, और राहुल को ट्यूशन ।

कोई भी इस्कूल, नहीं ना दिग्गी राजी ।

रहा इधर मशगूल, उधर सिर काटे पाजी ।।

ANULATA RAJ NAIR ने कहा…

जो भी किया जाना है जल्द किया जाना चाहिये..जिससे सैनिक के घर वालों को...हम सभी भारतीयों को सुकून मिले.
सादर
अनु

पूरण खण्डेलवाल ने कहा…

उम्दा !!