हल्दी स्वाद कि द्रष्टि से कसेली एंव कड़वी होने से दांत और मसूड़ों पर हितकारी असर करती है कसेला रस हमेशा संकोचन करने वाला होने से सूजन दूर करता है! कसेला रस जिसके संपर्क में आता है उसी अंग को मजबूत करता है! हल्दी में पाया जाने वाला कसेला रस दन्तकृमि को उत्पन होने नहीं देता और अगर हो गयी हो तो नष्ट कर देता है ! इसके प्रयोग से दाढ़ या दांत में छिद्र नहीं होते! कड़वा रस भी कसले रस कि तरह रक्तशुद्धी करने वाला है ! मसूड़ों का रक्त शुद्ध रहने से दांत मजबूत रहते है! हल्दी रस में तीखी भी है जो कफ का नाश करती है,तथा कृमि व् चिकनाई को दूर करती है !
गले के ऊपर में कफजन्य रोग होने कि अधिक सम्भावना होती है ! हल्दी कड़वी,कसेली व् तीखी एंव गर्म होने से दांत और मसूड़ों की कफजन्य रोगों से रक्षा करती है! गुण में रुक्ष होने से मसूड़ों एंव मुहं कि चिकनाई दूर करती है!हल्दी वर्णरोपण गुण के कारण दांत में क्षत,व्रण आदि के घाव भर देती है और जलन,चीस और शूल को अपने विविध कर्म से मिटा देती है!
दांत दाढ़ में छिद्र,छाले,व्रण,सडन आदि को हल्दी कड़वापन और कसेलापन से रोक देती है! रक्तदोष के कारण पायरिया जैसे रोग को ठीक करने में सहायक है तथा पायरिया से आने वाली पस,रक्तस्राव तथा दुर्गन्ध दूर करती है !!
हल्दी के इतने सारे गुण है जो दांतों के लिए लाभदायक है बस जरुरत है तो रोज सुबह ब्रश करने से पहले हल्दी के पावडर का ब्रश करने की इसके लिए आप यह कर सकते है कि टूथ पेस्ट करने से पहले दांतों पर थोड़ी हल्दी अंगुली से रगड़ ले फिर ऊपर से पेस्ट से ब्रश कर ले !!
मंगलवार, 24 जुलाई 2012
दांतों के लिए लाभकारी हल्दी पावडर !!
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