सोमवार, 10 दिसंबर 2012

ज्योतिष का मजाक बनाते ज्योतिषी !!

मैं कल अखबार पढ़ रहा था तब मेरी नजर ज्योतिष के पन्ने पर पड़ी और उसमें जो पढ़ा वो मुझे बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर दिया , मैंने जो पढ़ा वो था " १२.१२ १२ का विचित्र संयोग और उसके ज्योतिषीय प्रभाव " उसके बाद उसमें अलग अलग राशियों पर इसके प्रभावों के बारे में लिख रखा था ! मुझे ज्योतिष का कोई विशेष ज्ञान नहीं है लेकिन इतना तो में जानता हूँ  कि भारतीय कलेंडर चंद्रमा पर आधारित होता है और उसकी तिथियाँ चंद्रमा पर आधारित होती है इसलिए उनका तो ज्योतिष में अपना महत्व हो सकता है लेकिन अंग्रेजी कलेंडर किसी पर आधारित नहीं होता है और एक अनवरत चलने वाली तारीख प्रक्रिया के तहत बनाया गया है ऐसे में उसका ज्योतिषीय आधार पर महत्व कैसे हो सकता है ! और अगर उस कलेंडर का ही कोई ज्योतिषीय आधार नहीं है तो उस कलेंडर की तारीखों के आधार पर किसी का ज्योतिषफल कैसे निकाला जा सकता है अगर कोई इस बारे में मुझे बता सके तो जरुर बताए !!

में ज्योतिष के बारे में अधिक नहीं जानता इसलिए में ज्योतिष के प्रभाव को नकार तो नहीं सकता हूँ और नकारना मेरा मकसद भी नहीं है लेकिन में यह जरुर कहना चाहूँगा कि क्या इस तरह से अंग्रेजी तारीखों के आधार पर ज्योतिषफल निकाल कर ये ज्योतिषी उस विद्या का अहित नहीं कर रहें है जिसको एक तरीके का विज्ञान माना जाता है ! और इस तरह से निकाला गया ज्योतिषफल सही होने का तो सवाल ही नहीं उठता है ऐसे में इस तरह के ज्योतिषी उस सोच को ही बल प्रदान करते हैं जिसमें ज्योतिष को ढकोसला समझा जाता है !!




यह अकेला १२.१२.१२ का ही मामला नहीं है बल्कि आजकल अंग्रेजी नववर्ष हो या फिर इस तरह की अन्य अंग्रेजी तारीखों का मेल हो बस इस तरह के ज्योतिषी अपनी दूकान चालु कर देतें है जिनको आप टीवी चेनलों पर ज्योतिषफल बताते देखते हैं और अखबारों में इनके ज्योतिषफल पढते हैं ! इस तरह से ये ज्योतिषी इस भारतीय विद्या का अहित और अपमान दोनों करते है जिसको उचित नहीं ठहराया जा सकता है !


6 टिप्‍पणियां :

vijai Rajbali Mathur ने कहा…

'ज्योतिष'विज्ञान मे अंक गणित पर आधारित'अंक ज्योतिष',बीज गणित पर आधारित 'जन्मपत्र-विज्ञान'और रेखा गणित पर आधारित 'हस्त रेखा शास्त्र' तीन शाखाएँ हैं एवं 'वास्तु शास्त्र' भी ज्योतिष पर ही आधारित है।

यदि अङ्ग्रेज़ी केलेनडर की तारीखों का विश्लेषण 'अंक ज्योतिष' के आधार पर किया जाये तो वह वैज्ञानिक ही होगा। परंतु यदि उसमे कुछ भी इधर-उधर किया जाता है तो वह गलत होगा।
नौ-9 को ज्योतिष मे पूर्ण अंक माना जाता है और 12-12-12 ही लिखने पर पूर्ण अंक 9 हो जाता है। परंतु इसे 12-12-2012 लिखा जाना चाहिए जिसका योग=11=2 ही होगा। जो लोग इसके विश्लेषण का दुरुपयोग कर रहे हैं वह तो गलत है ही और ऐसा करके उन्हे ज्योतिष विज्ञान का मखौल नहीं उड़वाना चाहिए।

पूरण खण्डेलवाल ने कहा…

मुझे ज्योतिष के बारे में ज्यादा ज्ञान नहीं है लेकिन मुझे यह घालमेल लग रहा है जो सटीक भविष्यफल नहीं दे सकता है !!

ZEAL ने कहा…

आपके विश्लेषण से सहमत हूँ !

रजनीश के झा (Rajneesh K Jha) ने कहा…

बेहतर लेखन !!!

प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' ने कहा…

उम्दा अभिव्यक्ति...बहुत बहुत बधाई...

Surendra Singh Bhamboo ने कहा…

बहुत ही बेहतरीन लेखन