कर्नाटक विधानसभा चुनावों के परिणाम जहां भाजपा के लिए निराशा लेकर आये वहीँ कांग्रेस के लिए उत्साह का कारण बन गए हैं जो कांग्रेस के नेताओं के बयानों में देखने को भी मिल रहे हैं जो अपने अति उत्साह में सुप्रीम कोर्ट पर भी तल्ख़ टिपण्णी करने से नहीं चूक रहे हैं ! में कल एक चैंनल पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा कल सीबीआई और सरकार पर की गयी तल्ख़ टिप्पणियों पर बहस सुन रहा था जिसमें कांग्रेस नेता संजय निरुपम से जब इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि "सुप्रीम कोर्ट के गलियारों से भी आम आदमी जैसी टिप्पणियाँ निकल रही है जो सही नहीं है " अब ये कल कर्नाटक में मिले जनादेश के अति उत्साह का ही परिणाम है कि संजय निरुपम जैसे नेता सुप्रीम कौर्ट को बताने लगे कि सुप्रीम कोर्ट के लिए क्या सही है और क्या सही नहीं है !
वैसे देखा जाए तो कर्नाटक चुनावों में भ्रष्टाचार मुद्दा था ही नहीं क्योंकि अगर मुद्दा भ्रष्टाचार होता तो जनता कांग्रेस को कभी जनादेश नहीं देती क्योंकि भाजपा नें भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद देर से ही सही लेकिन उनको मुख्यमंत्री के पद से हटाया तो था और पार्टी कि टूट को स्वीकार्य किया लेकिन येद्दुरप्पा को वापिस कुर्सी नहीं दी ! लेकिन कांग्रेस कि तरफ से केन्द्र और अन्य किसी भी राज्यों में ऐसा नहीं किया गया उसने तो उल्टा हिमाचल में उन वीरभद्रसिंह को मुख्यमंत्री बनाया गया जिनके विरुद्ध कोर्ट नें उनके विरुद्ध लगाए गए आरोपों पर केस चलाने का आदेश दिया था जिसके कारण उनको केन्द्र में मंत्री पद से भी इस्तीफा देना पड़ा था ! इसलिए ये कहना गलत होगा कि भाजपा भ्रष्टाचार के कारण हारी क्योंकि अगर ऐसा होता तो उस सूरत में कांग्रेस और येदुरप्पा की पार्टी को जनता वोट नहीं करती क्योंकि कांग्रेस का हाल सबको पता है और येद्दुरप्पा तो वही आदमी थे जिनके कारण भाजपा पर कर्नाटक में भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं तो फिर जनता उनको वोट कैसे दे सकती थी !
कर्नाटक चुनावों में मुकाबला दरअसल भाजपा और कांग्रेस का था ही नहीं बल्कि मुकाबला भाजपा और कांग्रेस पोषित मीडिया के कर्नाटक के भ्रष्टाचार के उस दुष्प्रचार का था जिसको मीडिया नें हर उस समय इस्तेमाल किया था जब जब भ्रष्टाचार पर कांग्रेस घिरती दिखाई दी और उसको भाजपा नें घेरने कि कोशिश की तब तब मीडिया नें इसी येद्दुरप्पा के भ्रष्टाचार को कांग्रेस के लिए ढाल बनाकर पेश किया ! उस मीडिया नें भाजपा को तब भी कोई राहत नहीं दी जब भाजपा नें येद्दुरप्पा मुख्यमंत्री की कुर्सी से पदच्युत कर दिया और उनके विरुद्ध जांच भी वो सीबीआई नहीं कर रही थी जिस पर केन्द्र सरकार से मिलीभगत के आरोप सुप्रीम कौर्ट में मय तथ्यों के साबित हो चुके हैं बल्कि लोकायुक्त की वो जांच टीम कर रही थी जिसने ही ये मामला उजागर किया था ! दरअसल इन चुनावों में मीडिया का वही दुष्प्रचार जीत गया और भाजपा हार गयी और मीडिया जिस कांग्रेस पार्टी को फायदा पहुंचाना चाहती थी उसको वो फायदा मिल भी गया !
कर्नाटक विधानसभा के चुनावों का परिणाम ठीक वैसा ही है जैसा २००९ के लोकसभा चुनावों के परिणाम आये थे ! उस समय भी किसी नें यह आशा नहीं कि थी कि महंगाई से त्रस्त जनता फिर से कांग्रेस को ही चुनेगी लेकिन चुनाव आचार सहिंता लागू होने के बाद भी सरकार ने पेट्रोल और डीजल के भावों में दो रूपये और तीन रूपये की कमी कि घोषणा की थी जिस पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप भी लगे थे और उसका फायदा भी कांग्रेस को मिला था और कांग्रेस फिर से सत्ता में आ गयी और ठीक पन्द्रह दिन बाद फिर सरकार नें पेट्रोल और डीजल के भावों में वही बढ़ोतरी कर दी जो उसने पहले भाव कम किया था ! इस तरह से कांग्रेस जनता की बेवकूफी का फायदा उठा ले गयी और जनता हार गयी और कांग्रेस जीत गयी !
दरअसल कर्नाटक विधानसभा चुनावों में भाजपा कि हार विस्मृत नहीं करती है लेकिन कांग्रेस कि जीत मुझे जरुर विस्मृत कर गयी ! जिसका कारण भी यही है कि भ्रष्टाचार के एक आरोप पर जनता भाजपा को सता से पदच्युत कर देती है वही जनता चारों और से भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी कांग्रेस को सता सौंप देती है और यही बात सोचने को विवश करती है और कहीं ना कहीं जनता कि यही मनोभावना चारों और से घिरी कांग्रेस को सम्ब्लता प्रदान कर रही है ! तभी तो कांग्रेस के नेता सुप्रीम कौर्ट को भी सलाह देने लगे हैं कि क्या सही है और क्या गलत है !
6 टिप्पणियां :
जनता करे तो क्या करे? इधर खाई उधर कुआँ. बेहतरीन आलेख.
indeed GE mei bhi yehi haal hoyega ...neither of the national level parties are worth appreciating !! :(
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा कल शुक्रवार (10-05-2013) के "मेरी विवशता" (चर्चा मंच-1240) पर भी होगी!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
ye sab takariban ak hi thaile ke chatte batte hai, koyee 19 to koyee 20
आभार !!
सादर आभार !!
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