बुधवार, 26 सितंबर 2012

आसाम समस्या से मुहं मोडना कहाँ तक उचित !!


आसाम में कोकराझार हिंसा के बाद पुरे आसाम में अवैध बंगलादेशी नागरिकों के बारे में एक माहौल बन गया है वहाँ पर लगातार इन अवैध नागरिकों के प्रति शांतिपूर्ण प्रदर्शन किये जा रहे है और सबसे अच्छी बात है कि इन प्रदर्शनों में स्थानीय मुसलमानों और उनके संगठनों कि भी अच्छी भागीदारी है जो यह मानते हैं कि इन अवैध बांग्लादेशियों के कारण ही यहाँ का माहौल खराब हो रहा है और इनको बाहर निकाला जाना चाहिए यह एक अच्छा संकेत है जो यह दिखाता है स्थानीय मुसलमान इन अवैध बांग्लादेशी नागरिकों का समर्थन नहीं करते है !!

लेकिन हमारी सरकार इस मामले में उदासीन रवैया अपना रही है और वो इस मामले में अपनी तरफ से कोई पहल करती हुयी नहीं दिखाई दे रही है जबकि होना यह चाहिए था कि सरकार यह कहती कि अवैध बांग्लादेशी नागरिकों कि पहचान की जायेगी और उन्हें बाहर निकाला जाएगा हालांकि यह आसान और जल्दबाजी में होने वाला काम नहीं है लेकिन सरकार अपनी तरफ से पहल तो करे जो कहीं से भी दिखाई नहीं दे रही है दूसरी और राष्ट्रीय मीडिया भी आसाम में हो रहे प्रदर्शनों को कोई महत्व नहीं दे रहा है और वो भी इस मामले से जुड़े किसी भी समाचार को नहीं दिखा रहा है जो कहीं ना कहीं पूर्वोतरवासियों को अपने एकांगी होने का अहसास दिला रहा है !!


यह बेहद संवेदनशील मसला है और इन अवैध बांग्लादेशियों को लेकर आसाम के आम लोगों में गुस्सा है जिसका निराकरण समय रहते करना बेहद जरुरी है नहीं तो आने वाले समय में कोकराझार और उसके आस पास जिस तरह की हिंसा पिछले दिनों में हुयी थी वैसी और भी घटनाएं होने से इनकार नहीं किया जा सकता इसलिए सरकार को जल्द से जल्द बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान करने और उनको वापिस भेजने की पहल करने की शुरुआत करनी ही चाहिए !!

   

1 टिप्पणी :

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

सरकार को शीघ्र बँगला देशी नागरिको की पहचान कर वापस भेजने की
पहल करनी चाहिए,,,,

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