शुक्रवार, 3 मई 2013

घरेलु दर्दनाशक आयुर्वेदिक तेल !!

कई बार हमारे घुटनों,कमर ,पीठ एवं पंसलियों आदि में दर्द हो जाता है ! ऐसे ही दर्द को दूर करने के लिए बाजार में कई तरह के आयुर्वेदिक तेल मिलते हैं जिनसे मालिश करने से दर्द दूर हो जाता है ! आज ऐसा ही तेल बनाने कि विधि आपको बताता हूँ जो सस्ता ,सरल और अचूक है और घर पर आराम से बनाया जा सकता है ! 

सबसे पहले ४० ग्राम पुदीना सत्व ,४० ग्राम अजवायन सत्व और ४० ग्राम ही कपूर ले ! साफ़ बोतल में पुदीना सत्व डाल दें और उसके बाद अजवायन सत्व और कपूर को पीसकर उस बोतल में डाल दें जिसमें आगे पुदीना सत्व है ! उसके बाद ढक्कन लगाकर हिला दें और रख दें ! थोड़ी देर बाद तीनों चीजें मिलकर द्रव्य रूप में हो जायेगी और इसे ही अमृतधारा कहते हैं !

अब २०० ग्राम लहसुन लें और उसके छिलके उतार कर लहसुन कि कलियों के छोटे छोटे टुकड़े कर लें ! अब एक किलो सरसों का तेल कड़ाही में डालकर आंच पर गर्म होने के लिए रख दें ! जब तेल पूरी तरह से गर्म हो जाए तो तेल को निचे उतार कर ठंडा होने के लिए रख दें ! जब तेल पूरा ठंडा हो जाए तो उसमें लहसुन के टुकड़े डालकर उसको फिर आंच पर चढाकर तेज और मंदी आंच में गर्म करें ! तेल को इतना पकाए कि लहसुन कि कलियाँ जलकर काली हो जाए ! तेल के बर्तन को आंच पर से उतारकर निचे रखे और उसमें गर्म तेल में ही ८० ग्राम रतनजोत ( रतनजोत एक वृक्ष कि छाल होती है ) डाल दें इससे तेल का रंग लाल हो जाएगा !

तेल के ठंडा होने पर कपडे से छानकर किसी साफ़ बोतल में भर लें ! अब इस पकाए हुए तेल अमृतधारा और ४०० ग्राम तारपीन का तेल मिलाकर अच्छी तरह से हिला दें ! बस मालिश के लिए दर्दनाशक लाल तेल तैयार हो गया जिसका उपयोग आप जब चाहे कर सकते हैं !