बुधवार, 13 फ़रवरी 2013

यासीन मलिक और हाफिज सईद का मेल चिंताजनक !!

जिस तरह से कश्मीर के अलगाववादी नेता और जेकेएलएफ सरगना यासीन मलिक और लश्करे तैयबा के मुखिया हाफिज सईद को इस्लमाबाद में एक हि मंच पर देखा गया ! यह बेहद गंभीर मामला है और सरकारी सूत्रों से यह भी पता चल रहा है कि यासीन मालिक के विरुद्ध कारवाई भी हो सकती है ! लेकिन सवाल उठता है कि यासीन मलिक जैसे लोग भारत में रहकर भी भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम कैसे दे रहे हैं !

जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक हो या फिर हुर्रियत के मीरवाइज़ फारुख उमर और सैयद अली शाह गिलानी हो इन्होने समय समय पर भारत में रहकर भी ये भारत विरोधी आग उगलते रहते हैं और भारत सरकार मूकदर्शक बनी रहती है ! जिसका परिणाम हि यह है कि आज मलिक जैसे लोग आज खुलेआम हाफिज सईद जैसे लोगों के साथ दिखाई दे रहे हैं और वो भी संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के विरोध में हुयी भूख हड़ताल के मंच पर दिखाई देते है इससे ज्यादा संगीन मामला और क्या हो सकता है !


भारत में जब भी कोई आतंकवादी हमला होता है तो भारत सरकार अपना सारा दोष पाकिस्तान पर डालकर दोषमुक्त होना चाहती है और पाकिस्तान में छुपे बैठे आतंकवादियों को भारत को सौंपने कि मांग करती है लेकिन भारत सरकार अपने घर में छुपे पाकिस्तान के हमदर्दों से नहीं निपट सकती है जो पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों कि मदद करते हैं ! पाकिस्तान का तो मकशद हि है कि भारत में आतंकवाद फैलाए और भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे लेकिन हम अपने घर के भीतर छुपे उन देश के दुश्मनों से निपटने में नाकाम हैं जो भारतीय होते हुए भारत में रहकर भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में पाकिस्तान कि और पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों की मदद करते हैं !

पहली बात तो यह है कि ऐसे लोगों कि पहचान करने में भारत सरकार कोई दिलचस्पी भी नहीं रखती है और रखे भी क्यों जब कुछ लोग खुलेआम अपने पाकिस्तानपरस्त और भारत विरोधी होने का एलान करते हैं तो भी भारत सरकार कारवाई नहीं कर पाती तो जो छुपे तौर पर ऐसे लोग है उनको खोजने में सरकार दिलचस्पी क्यों ले ! सबसे बड़ी बात तो यह है कि सरकार देश हित से पहले वोट बैंक कि चिंता करती है ! और ऐसा भी नहीं है कि ऐसा करने से उसको वोट मिलेंगे क्योंकि मलिक जैसे लोग मुट्ठीभर है और बाकी लोग इस देश से प्यार करते हैं !

5 टिप्‍पणियां :

रविकर ने कहा…

सटीक विश्लेषण ||

पी.सी.गोदियाल "परचेत" ने कहा…

हमारे यहाँ एक कहावत है सारी खुदाई एक तरफ, जोरू का भाई एक तरफ और यासीन की जोरू का भाई पाकिस्तान है। लेकिन आश्चर्य इस बात का है कि बाकी मुद्दों पर भौ -भौं मचाने वाले ये तथाकथित देश प्रेमी हिन्दुस्तानी मुसलमान इस मुद्दे पर अभी तक खामोश है, उलटे अलिघ्ढ़ यूनिवर्सिटी में फांसी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे है !

पूरण खण्डेलवाल ने कहा…

आपका कहना अक्षरशः सत्य है !!

Shalini kaushik ने कहा…

एकदम सही बात कही है आपने मीडियाई वेलेंटाइन तेजाबी गुलाब आप भी जाने संवैधानिक मर्यादाओं का पालन करें कैग

पूरण खण्डेलवाल ने कहा…

आभार !!