एक अटल सत्य है कि गलती करने वाले को हि अपनी गलती का नुकशान उठाना पड़ता है ! लेकिन इतनी सी बात हमारे देश के कर्णधारों को समझ में नहीं आ रही है और इसका खामियाजा भारत बराबर भुगतता आ रहा है और यही रवैया रहा तो आगे भी भारत को तो भुगतना हि पड़ेगा ! अब गलती आप करेंगे और उसका नुकशान उठाने के लिए भी आपको हि तैयार रहना होगा भले हि आप उसका दोष किसी दूसरे पर थोप दें लेकिन जिस पर आप दोष डाल रहें हैं उसका तो कुछ भी बुरा होने से रहा !
बात चाहे इटली के नौसैनिकों की हो या फिर पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकवाद कि हो हर जगह भारत के हुक्मरानों की असफलता साफ़ नजर आती है अब वो इसके लिए भले हि वो दोष इटली को दें या फिर पाकिस्तान को दें ! लेकिन सच्चाई यही है कि उनको अपनी खुद की गलती नजर नहीं आती है ! अभी हाल हि में हुयी दो घटनाओं का जिक्र यहाँ जरुर करना चाहूँगा जिनमें भारतीय सताधिशों की गलतियां खुद चीख चीख कर बता रही है कि भारतीय सताधिशों नें गलतियां की है लेकिन अफ़सोस तो तब होता है जब भारतीय सताधिश खुद ये मानने को तैयार नहीं है कि उनसे कोई गलती हुयी है !
अभी हाल हि में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कि निजी यात्रा के समय भारतीय विदेशमंत्री द्वारा दिए गये भोज नें हमारा मजाक उड़ाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी ! उनके द्वारा पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को दिए गये भोज के बाद पाकिस्तानी मीडिया नें जोर शोर से यह प्रचार करना शुरू कर दिया कि सीमा पर भारतीय सैनिकों कि ह्त्या पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा करने कि बात भारतीय सरकार और भारतीय मीडिया द्वारा गढा गया झूठ है और इसके पक्ष में दलील यह है कि अगर ये बात सच होती तो भारतीय विदेशमंत्री पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से मिलते भी नहीं , भोज देना तो दूर कि बात होती ! और दुनिया इस सच को जानती है कि जिसके दिए जख्मों से दिल छलनी हो तो मिलना तो दूर देखना भी अच्छा नहीं लगता और यहाँ तो हम उनसे मिलने के लिए दिल्ली से जयपुर का रास्ता भी तय कर लिया !
अब पाकिस्तानी मीडिया इसी बात को आधार बनाकर भारत के पक्ष को कमजोर कर रहा है और विश्व बिरादरी के सामने हमें हि कठघरे में खड़ा कर रहा है ! और ऐसा करने का मौका उनको किसी और नें नहीं बल्कि हमनें हि दिया है और जब हमनें हि दिया है तो पक्ष तो हमारा हि कमजोर पड़ना है ! कितने अफ़सोस कि बात है हमनें पहले अपनें दो जवान भी खो दिए और हम कड़ाई से अपना विरोध दर्ज कराने में भी असफल हो गये ! और जैसा हर बार होता आया है हमनें उनके प्रधानमंत्री की निजी यात्रा को भी सम्मान दिया और बदलें में हमें मिला एक और आतंकवादी हमला जिसमें हमारे पांच जवान शहीद हो गये ! अब दोष भले हि पाकिस्तान को दे दीजिए लेकिन पाकिस्तान नें खोया कुछ भी नहीं और हमनें अपने सात जवानों कि शहादत को पाया !
इटली के नौसैनिकों वाले मामले में भी हमारी सरकार नें क्या किया ! वो अब अपना दोष छुपाने के लिए इटली को दोष दे रहा है और अपनी गलती के बजाय मामले में सुप्रीम कौर्ट को मोहरा बनाने कि कोशिश कर रही है ! लेकिन यह नहीं बता रही कि उन इतालवी नोसैनिकों के साथ इतना नरम रवैया क्यों बरता गया ! क्यों सरकार नें सुप्रीम कौर्ट में अपना पक्ष मजबूती से नहीं रखा और उनको इटली भेजने का विरोध नहीं किया गया ! क्यों सुप्रीम कौर्ट को यह नहीं बताया गया कि उन इतालवी नौसैनिकों की रिहाई मुद्दा वहाँ के हो रहे चुनावों में चुनावी मुद्दा बन चूका है ! सुप्रीम कौर्ट नें दोनों पक्षों की बात सुनकर हि उन इतालवी नौसैनिकों को इजाजत दी है ! और उनको इजाजत मिली तो इसका सीधा मतलब यही है कि सरकार अपना पक्ष मजबूती से रखनें में नाकाम रही है ! अब भले हि दोष इटली को दें लेकिन सच्चाई यही है कि गलती हमसे हुयी है !
हमारी हालत सदैव सांप निकलने के बाद लकीर पीटने जैसी रहती है ! हम गलतियां करते रहते हैं और बाद में दोष दूसरों पर डालकर अपनी गलतियों पर पर्दा डालनें की कोशिश करतें है ! लेकिन सच्चाई यही है कि गलतियां हम करेंगे तो उसका नुकशान भी हम हि उठाएंगे और इसीलिए हर बार नुकशान हम हि उठाते हैं !
22 टिप्पणियां :
कर्णधार का हो रहा, विकृत कर्णाधार |
गीदड़ भभकी दे रही, यह छक्का सरकार |
यह छक्का सरकार, नहीं पक्का है एक्सन |
हित साधे परिवार, खूब खा रहे कमीशन |
हँसता मइका देश, पक्ष ले दुराचार का |
रही नहीं जूँ रेंग, सड़ा जी कर्णधार का |
पाकिस्तानी नेशनल, असेम्बली दे घाव ।
अफजल फांसी पर करे, यह निंदा प्रस्ताव ।
यह निंदा प्रस्ताव, लाश परिजन को जाए ।
देता दुष्ट सुझाव, दोगलापन भरमाये ।
गायब सैनिक शीश, काट कर कारस्तानी ।
गिरेबान में झाँक, स्वयं के पाकिस्तानी ॥
sundar prastuti.
सच्ची बात सोलह आने खरी
सही लिखा आपने,पूरण जी।
बहुत बढ़िया पूरण खंडेवाल जी ,घुटना टेक सरकार है ,....
बिल्कुल सही!
talkh sacchayee,
आभार मान्यवर !!
आभार !!
आभार !!
सही कह रहें है आप !!
आभार !!
आभार आदरणीय !!
आभार !!
गलती सरकार करती है और दोष दूसरों पर थोपती है,सार्थक आलेख.
आभार !!
हमें सचेत और होशियार रहना होगा |
bina reedh ke ...or kya ummeed ki ja sakti hai..
आभार !!!
Very well said Pooran ji. I fully agree with you.
bahut sahi likha hai aapne puran ji apse sehmat hoon aaj pehli baar apke blog padhne ka mauka mila ......aabhaar
आभार !!
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